बेटी 5 दिन तड़पकर मौत के आगोश में : पिता बोले- कह रही थी पापा बचा लो, शाहरुख ने मुझे जला दिया; लव जिहाद की बातें गलत

जलाई गई लड़की

झारखंड के दुमका में 23 अगस्त की सुबह शाहरुख नाम के लड़के ने घर में सो रही 16 साल की लड़की को पेट्रोल डालकर जला दिया। पांच दिन तक जिंदगी के लिए लड़ने के बाद 28 अगस्त को उसने दम तोड़ दिया।

उस रात हुआ क्या था... 

ये जानने के लिए संकरी गलियों में पता पूछते हुए हम लड़की के घर पहुंचे। ये 4 कमरों का मकान है। टिन के गेट पर दस्तक दी, तो लड़की के पिता ने दरवाजा खोला। सामने उसकी दादी चूल्हा जलाने के लिए लकड़ियां जमा रही थीं। छोटे से आंगन से गुजरते हुए हम घर के अंदर दाखिल हुए।

यहां जिस लड़की की बात हो रही है, हम उसका नाम और पहचान नहीं बता रहे हैं, क्योंकि केस प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन अगेंस्ट सेक्सुअल ऑफेंस (पॉक्सो) एक्ट में दर्ज है। बेटी को खोने के बाद पिता गहरे सदमे में हैं, लेकिन उन्होंने हमसे बात की। अब उन्हीं से जानिए पूरा मामला…

‘10-15 दिन पहले शाहरुख हुसैन ने मेरी बेटी का नंबर उसकी किसी सहेली से लिया था। इसके बाद 4-5 बार मिलने के लिए कहा। मेरी बेटी ने मना किया तो 22 अगस्त को धमकी दी कि बात नहीं करोगी, तो तुम्हें जान से मार देंगे। रात 10 बजे मैं घर पहुंचा, तो बेटी ने मुझे ये सब बताया। परिवार ने तय किया कि सुबह देखते हैं कि क्या करना है, लेकिन वह सुबह आ ही नहीं पाई।'

डेढ़ साल पहले पत्नी नहीं रही, अब बेटी

लड़की का परिवार

लड़की के 6 लोगों के परिवार में उसके पिता, बड़ी बहन, छोटा भाई और दादा-दादी थे। मां कैंसर से करीब डेढ़ साल पहले ही गुजर गई। पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। इसी से गुजारा होता है।

अंदर एक कमरे की ओर इशारा करते हुए पिता ने कहा- वह खिड़की के पास जो तखत लगा है, मेरी बेटी उस रात उसी पर सोई थी। सुबह 4 बजे वह चीखी– पापा बचा लो, पापा मुझे बचा लो। शाहरुख ने मुझे जला दिया है। मैं भागकर गया और दरवाजा खोला। सामने बेटी जल रही थी। मैं कंबल और चादर से आग बुझाने लगा। बेटी ने भी खुद पर पानी डाल लिया, ताकि जलन खत्म हो।’

13 साल के भाई ने बहन को जलते देखा

लड़की का 13 साल का एक भाई है। उसने भी सब कुछ सामने होते देखा। भाई ने बताया कि मेरी दीदी घर में इधर से उधर भाग रही थी। वह दर्द से चिल्ला रही थी। मैं और दादी बगल के कमरे में सोए थे। दीदी की हालत देखकर हम जोर-जोर से रोने लगेl

पीड़ित परिवार के घर तक संकरी गलियां बनी हैं। बताया जाता है कि आग लगाने के बाद आरोपी शाहरुख इसी रास्ते से भागा था।

हॉस्पिटल में सिर्फ मरहम के भरोसे निकला पूरा दिन

आग बुझाने के बाद पिता बेटी को लेकर सुबह करीब 5 बजे दुमका के सदर अस्पताल पहुंचे। हॉस्पिटल की हालत बहुत अच्छी नहीं है। वहां घाव पर मरहम लगाकर ड्रिप चढ़ा दी गई। इसी के भरोसे एक दिन निकल गया। लड़की के पिता कहते हैं कि अगर बुखार थोड़ा ज्यादा आ जाए तो अस्पताल वाले रांची रेफर कर देते हैं। वहां क्या बेटी का इलाज होता।

सुबह 5 बजे से रात साढ़े 9 बजे तक हॉस्पिटल में बेटी तड़पती रही। कहने को तो ये मेडिकल कॉलेज है, लेकिन यहां के डॉक्टरों ने रेफर करने में 12 घंटे लगा दिए। हम गाड़ी करके रांची के लिए निकले। दूसरे दिन सुबह वहां पहुंचे। रास्ते भर बेटी दर्द बर्दाश्त करती रही।

हम उसे रिम्स ले गए। झारखंड के सबसे बड़े इस हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में एसी तक नहीं था। बेटी को थोड़ा चैन मिले, इसलिए मैं बाजार से टेबल फैन खरीद लाया। वह 5 दिन तक तड़पती रही, 28 अगस्त की सुबह उसने दम तोड़ दिया। मरने से पहले उसने कहा था- जैसे हम अभी मर रहे हैं, उसको भी ऐसी ही सजा हो।

लड़की की उम्र 16 साल, शुरुआती FIR में 19 साल

23 अगस्त को घटना वाले दिन ही पुलिस ने FIR दर्ज की थी। इसमें भी लापरवाही हुई। FIR में लड़की की उम्र 19 साल लिखी है। बाद की जांच में पता चला कि उसकी असल उम्र 16 साल है। लड़की अभी 12वीं में पढ़ रही थी। घटना के 8 दिन बाद मामले में पॉक्सो एक्ट की धारा 12 को भी जोड़ा गया।

दुमका के SP अंबर लकड़ा ने पहले भास्कर को बताया था कि लड़की ने अपने बयान में मजिस्ट्रेट के सामने उम्र 19 साल बताई थी। उसके पिता ने भी इस पर दस्तखत किए थे। इसलिए पुलिस उसे बालिग बता रही थी। जांच में सामने आया है कि मैट्रिक के सर्टिफिकेट में उसकी उम्र करीब 16 साल है l

पॉक्सो एक्ट की धारा लगने के बाद हमने SP अंबर लकड़ा से बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

BJP ने लव जिहाद का मामला बताया

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP नेता रघुबर दास ने दुमका कांड को लव जिहाद का मामला बताया। उन्होंने कहा कि यह साधारण घटना नहीं है। एक समुदाय के लोग लव जिहाद के जरिए डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं।

BJP विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लड़की की उम्र ज्यादा बताकर अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने SDOP नूर मुस्तफा पर इसका आरोप लगाया। बाद में मुस्तफा को जांच से हटा दिया गया।

परिवार ने कहा– लव जिहाद की बात गलत

मामले को लव जिहाद से जोड़े जाने के बारे में हमने लड़की के पिता और दादा से पूछा। इस पर लड़की के पिता का जवाब सुनिए- ये बिल्कुल गलत बात है। मुसलमान या हिंदू से मतलब नहीं है। लड़का बोलता था कि मुझसे बात करो। लड़की ने इनकार किया तो उसने आग लगाकर मार दिया। मामला इतना ही है। लव जिहाद की बात गलत है।