ब्रांच की स्थापना का उद्देश्य यह बताया गया कि अब बुनकरों को सही कीमत में उनकी मांग के अनुसार रेशम का धागा आसानी से मिल सकेगा। - Dainik Bhaskar
ब्रांच की स्थापना का उद्देश्य यह बताया गया कि अब बुनकरों को सही कीमत में उनकी मांग के अनुसार रेशम का धागा आसानी से मिल सकेगा।

वाराणसी और आसपास के जिलों के बुनकरों को अब सीधे और आसानी से रेशम मिल सकेगा। अब बिचौलिये बुनकरों से पैसे नहीं ऐंठ पाएंगे। इसके लिए शुक्रवार को सारनाथ स्थित कांशीराम सिल्क एक्सचेंज परिसर में कर्नाटक सिल्क मार्केटिंग बोर्ड लिमिटेड के सिल्क सेल ब्रांच का उद्घाटन किया गया।

इस ब्रांच के माध्यम से दावा किया गया है कि बुनकरों को अच्छी क्वालिटी का रेशम का धागा उचित मूल्य पर मिलेगा। इसके अलावा प्रदेश सरकार अब रेशम के किसानों को प्रशिक्षण दिलाने के लिए कर्नाटक भी भेजेगी।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते मंत्री राकेश सचान और अन्य अतिथि।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते मंत्री राकेश सचान और अन्य अतिथि।

99% धागा ट्रेडर्स से लेते हैं बुनकर

उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा, वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान ने कहा कि वाराणसी में सिल्क एक्सचेंज की स्थापना वर्ष 2010-11 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत सारंग तालाब में की गई थी। उत्तर प्रदेश में अनुमानित लगभग 3000 मीट्रिक टन रेशम के धागे से वाराणसी और आजमगढ़ के बुनकर रेशमी परिधानों का निर्माण कर बेचते हैं।

राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम (NHDC) के माध्यम से मात्र 1 प्रतिशत धागा बुनकरों को उपलब्ध हो पा रहा है। शेष धागा ट्रेडर्स के माध्यम से बुनकरों को मिलता है। मार्केट में बुनकरों को बिचौलियों के ऊपर निर्भर रहना पड़ता है, जो उनकों महंगे दर पर धागा उपलब्ध कराते हैं।


मंत्री राकेश सचान ने कहा कि उत्तर प्रदेश के रेशम उत्पादन से जुड़े किसानों को प्रशिक्षण के लिए सरकार कर्नाटक भेजेगी।
मंत्री राकेश सचान ने कहा कि उत्तर प्रदेश के रेशम उत्पादन से जुड़े किसानों को प्रशिक्षण के लिए सरकार कर्नाटक भेजेगी।

मांग के अनुसार समय से धागा मिलेगा

मंत्री राकेश सचान ने कहा कि इस सेंटर की स्थापना हो जाने से बुनकरों को उचित दर पर धागे की उपलब्धता के साथ उनके उत्पाद को प्रदर्शित और बिक्री के लिए एक अच्छा प्लेटफार्म मिलेगा। वाराणसी में बुनकरों को समय से धागा उनकी मांग के अनुसार प्राप्त हो सके।

इसके लिए आज उत्तर प्रदेश सरकार के रेशम विभाग और कर्नाटक सरकार के रेशम विभाग के उपक्रम कर्नाटका सिल्क मार्केटिंग बोर्ड के संयुक्त प्रयास से सिल्क एक्सचेंज के परिसर में धागा विक्रय केंद्र खोला गया है।

ओरिजिनल धागा उपलब्ध कराएंगे

कर्नाटक के मंत्री रेशम, खेल एवं युवा सशक्तिकरण डॉ. नारायण गौड़ा ने आवश्वस्त किया कि बुनकरों को सस्ते दर पर रेशम धागा उपलब्ध कराया जाएगा। डुप्लीकेट रेशम के धागों को ओरिजिनल कह कर बुनकरों को देना गलत है।

उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने कहा कि एक समय था जब भारतीय बाजार में चीन का रेशम छाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भारतीय रेशम ने अब रफ्तार पकड़ी है।